बक्सर पत्रिका :- आज दिन बुधवार को डुमरांव छठिया पोखरा पर भाकपा-माले और अखिल भारतीय किसान महासभा के द्वारा किसानों की लंबित मांगों व बक्सर जिला में बढ़ते अपराध, धारावाहिक हत्याओं, सता-अपराधी के नापाक गठजोड़ के खिलाफ धरना दिया गया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी 30 मई को बिक्रमगंज, रोहतास दौरे के मद्देनज़र, किसान महासभा द्वारा 28 मई को सोन नहर क्षेत्र के 8 जिलों में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। यह धरना डेहरी ऑन सोन, भभुआ, पीरो, डुमरांव, दाउदनगर, कोच, अरवल और पालीगंज में एक साथ हुआ।
धरना की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता अलख नारायण चौधरी और संचालन रामदेव सिंह ने किया।
धरना को डुमरांव विधायक डॉ अजीत कुमार सिंह सहित जिला सचिव नवीन कुमार, किसान महासभा के अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव, खेत मजदूर के जिला अध्यक्ष नारायण दास, इटाढ़ी के माले प्रखंड सचिव जगनरायण शर्मा सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री बार-बार बिहार आते हैं, लेकिन किसानों की पुरानी और जायज़ मांगों को लगातार अनसुना कर रहे हैं।
किसानों की 7 प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
इंद्रपुरी जलाशय का निर्माण शीघ्र कराया जाए - यह सोन नहर क्षेत्र के किसानों की वर्षों पुरानी मांग है।
सोन नहर प्रणाली का आधुनिकीकरण हो तथा नहरों के अंतिम छोर तक सिंचाई का पानी पहुंचे।
दुर्गावती सिंचाई परियोजना, मलई बराज (मलियाबाग) और उत्तर कोयल सिंचाई परियोजना को शीघ्र पूरा किया जाए। कुटकू डैम में जल्द फाटक लगाए जाएं।
डालमियानगर के बंद पड़े उद्योगों को पुनः चालू किया जाए और वहां प्रस्तावित रेल कारखाने का निर्माण तुरंत शुरू किया जाए।
भारत माला सड़क परियोजना और ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के तहत अधिग्रहित भूमि के लिए किसानों को 2013 के कानून के अनुसार वर्तमान बाजार मूल्य का चार गुना मुआवज़ा दिया जाए। बिना उचित मुआवज़ा दिए कृषि भूमि का अधिग्रहण रोका जाए।
कृषि कार्य हेतु मुफ्त बिजली प्रदान की जाए, स्मार्ट मीटर हटाए जाएं।
कारपोरेट-हितैषी कृषि नीतियां वापस ली जाएं। सभी फसलों के लिए लागत आधारित एमएसपी की कानूनी गारंटी सुनिश्चित की जाए। बिहार में एपीएमसी कानून को पुनः लागू कर कृषि मंडियों को फिर से शुरू किया जाए।
इसके अतिरिक्त, नेताओं ने यह भी मांग रखी कि कोरोना काल में बंद पड़ी ट्रेनों को पुनः चालू किया जाए, वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रेल सुविधाएं बहाल की जाएं। नेताओं ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे इस बार किसानों की इन वास्तविक मांगों पर ठोस घोषणाएं करें, न कि केवल जुमलेबाज़ी करें। बक्सर जिले में लगातार हत्याएं हो रही हैं और प्रशासन अभी तक कांडों का उद्भेदन व अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। नीतीश राज में अपराध चरम पर है अपराधी सता के संरक्षण में है और सता के संरक्षण से लगातार अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इस धरना को नवानगर सचिव वीरेन्द्र सिंह, डुमरांव सचिव कन्हैया पासवान, बीरबहादुर पासवान, संजय शर्मा, मुखिया रामजी यादव, शंकर तिवारी, त्रिलोकी कुशवाहा, ऐपवा की जिला सह सचिव पूजा कुमारी, अनूप शर्मा, भगवान दास इत्यादि नेताओं ने संबोधित किया। इस धरना में मानरूप पासवान, रेखा देवी, जाबिर कुरैशी, आदित्य राम, छठू कुशवाहा, व्यासमुनि कुशवाहा, हरिद्वार राम, आदित्य राम, रामध्यान सिंह, सिकंदर चौधरी, ललन यादव सहित सैकड़ो किसान शामिल रहे।
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