बक्सर पत्रिका / बक्सर :- जिले में भूले भटके बेसहारा निःशक्त बच्चों के लिए स्पेशल होमगृह खोलने की कवायद शुरू की जा रही है। ताकि होमगृह में रह रहे निःशक्त बच्चों समुचित व्यवस्था मिल सके। युक्त बातें डीएम अमन समीर ने बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ शशांक शेखर, योगिता सिंह व नवीन कुमार से मुलाकात के दौरान कहीं। सदस्यों ने डीएम से धावा दल के गठन की मांग की। ताकि जिले में बाल श्रम करने वालों की धर पकड़ की जा सके। इस पर डीएम ने आश्वासन दिया की इस पर कार्य हो रहा है। धावा दल का अचानक गठन कर रेड किया जाएगा। ताकि बाल श्रम करने वालों की धर पकड़ की जाएगी। इस तरह के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सदस्यों ने बाल गृह में रह रहे 14 स्पेशल बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए पटना भेजने की मांग की।
डीएम ने इस पर आश्वासन दिया कि फिलहाल स्पेशल बच्चों को पटना भेजने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही सरकार को प्रस्ताव, ले जा रहा है कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए स्पेशल होम यहीं खोल दिया जाए। जिससे इनलोगों को बाहर नहीं भेजा जाए। इसके लिए सरकार को पत्र भेजा जा रहा है। समिति के सदस्यो को डीएम ने बताया कि एक रोस्टर तैयार किया जा रहा है जिसके तहत हर पंद्रह दिन पर जिले का कोई न कोई अधिकारी बालगृह का निरीक्षण करें। जिससे वहां की व्यवस्था दुरुस्त रहे। डीएम ने समिति के सदस्यों को बताया कि जिस मकान में बालगृह चल रहा है वहां पर्याप्त खेलने की जगह नहीं है। इस कारण बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पा रहा है। इसलिए दूसरा भवन खोजा जाए। डीएम ने सदस्यों को आश्वस्त किया कि जो भी बच्चे रह रहे हैं उनलोगों के अंदर के स्किल पता लगाने का निर्देश दिया गया है। ताकि उनलोगों की प्रतिभा बाहर निकाला जा सके।
